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Latest News:

सज्जन और दुर्जन 2 Jan 2011 | 08:15 pm

बंधुओं, अभिवादन. कई दिनों कि अनुपस्थिति के बाद पुनः आपके मनोरंजन के लिये एक कविता प्रस्तुत है.सज्जन कौन और दुर्जन कौन आप ही निर्णय करिये और आनंद लिजिये. कविराज को एक एजेंट ने बहुत समझाया पटाया किश्तो...

दीपावली 4 Nov 2010 | 07:03 pm

मेरे सभी पाठकों एवं टिप्पणीकर्ताओं को दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें हास्य-व्यंग की कविताओं का आनंद लिजिये www.kaviraj.in पर पधारिये

माताश्री और पत्नीश्री 23 Sep 2010 | 06:07 pm

बंधुओं, प्रस्तुत है दृश्य-पटलों (slide show) पर मेरी नई कविता.कृपया इसे full screen mode पर देखिये और आनंद लिजिये. माताश्री और पत्नीश्री View more presentations from vijayprakash .. हास्य-व्यंग की ...

धन ही धन्य है 10 Sep 2010 | 10:38 pm

दीपावली का पर्व आज से प्रारंभ हो चुका है. यूं तो वर्ष भर हम सभी किसी न किसी प्रकार से धन की देवी श्री लक्ष्मी माता की आराधना करते ही रहते है.किंतु इन तीन दिनों का अधिक महत्व है. आप-हम सभी जानते हैं, आ...

पति-पत्नी 8 Sep 2010 | 02:35 am

बंधुओ,अभिवादन.एक रूठे हुऐ पति-पत्नी के मन की बातें हमने सुनी, आपकी क्या राय है पत्नी सही है या पति? अपनी अमूल्य टिप्पणियों द्वारा अवगत करायें.आनंद लिजिये. पति उवाच मैं घर आया वो टी.वी. देख रही थी उसने...

इधर कुंआ उधर खाई 11 Aug 2010 | 05:46 pm

कहते हैं पुरुष के भाग्य को और स्त्री के मन की बात को जानना असंभव हैं. हो सकता है किंतु स्त्री यदि पत्नी के अवतार में हो तो यह बात सत्य प्रतीत होती है. उदाहरण के लिये प्रस्तुत है कविराज और कविरानी का य...

अभिनेता 29 Jul 2010 | 12:44 am

सभी पाठकों को मेरा अभिवादन.प्रस्तुत है मेरी नई कविता.पढ़िये, आनंद लिजिये और हां अपनी टिप्पणी देना न भूलिये अभिनेता हीरो जी हाथ जोड़ ताली बजा रहे थे गर्दन हिला हिला भोले-भंडारी को मना रहे थे तभी एक झमाका...

रूठे रूठे पिया...मनाऊं कैसे 9 Jun 2010 | 01:07 am

कुछ अनिवार्य कारणों से आपसे कई दिनों से मिल नहीं पाया.मेरी नई रचना का आनंद लिजिये. एक बार हुआ यूं कि कविराज ने अपनी कविरानी से उनके मायके साथ चलने का वचन दिया था किंतु कुछ कारण वश नहीं जा सके. कविरानी...

जरा-जरा 24 Apr 2010 | 12:00 am

आईये आज आपको कविराज के दरबार में हुआ राय साब और पंडित जी का वार्तालाप बताता हूं.बीता हुआ समय तो बीत ही गया आज का समय तो भोग-भुगत ही रहे हैं किंतु आने वाला समय कैसा होगा जरा जरा आभास कराता हूं. जरा-जरा...

हैद्राबाद में चिठ्ठागोष्ठी ( bloggers meet ) 14 Apr 2010 | 02:18 am

हमारे शहर हैदराबाद में ईंडी ब्लागर्स की ओर से चिठ्ठागोष्ठी (bloggers meet) का आयोजन होटल सेलेक्ट मनोहर (त्रितारांकित) में रविवार 11 April को किया गया. यूनिवर्सल वालों ने इसे स्पांसर किया था. इसी की एक...

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