Blogspot - abhishekkmishra.blogspot.com - Abhishek Kumar Mishra - Hindi Poetry Collection

Latest News:

फिर न सिमटेगी 16 Jul 2013 | 09:25 am

फिर न सिमटेगी "मुहब्बत" जो बिखर जाएगी, "ज़िन्दगी" ज़ुल्फ़ नहीं, फिर संवर जाएगी, थाम लो हाथ उसका, जो प्यार करे तुमसे, ये "ज़िन्दगी" ठहरेगी नहीं, गुज़र जाएगी !!

आसमां में खलबली है 11 Jul 2013 | 01:58 pm

आसमां में खलबली है, सब यही पूछा किये, कौन फिरता है ज़मीं पे चाँद सा चेहरा लिए !!

इस तरह लूट लिया 8 Jul 2013 | 10:35 am

इस तरह लूट लिया इश्क़-ए-तमन्ना ने हमें, "ज़िन्दगी" छीन भी ली, "जान" से मारा भी नहीं !!

तुमने... 7 Jul 2013 | 08:31 pm

तुमने "ज़िन्दगी" का नाम तो सुना होगा, हमने रखा है, "दिल" में इसी नाम से "तुम्हे" !!

गुज़र गया वो 7 Jul 2013 | 01:11 pm

गुज़र गया वो "वक़्त", जब तेरी हसरत थी मुझे, अब तू "खुदा" भी बन जाये, तो तेरा "सजदा" न करूं !

छीन लूं तुझे 7 Jul 2013 | 01:10 pm

छीन लूं तुझे, "दुनियां" से, ये मेरे "इख़्तियार" में नहीं, मगर मेरे "दिल" से तुझे कोई निकाल दे, ये किसी के बस की बात नहीं !!

ला तेरे 7 Jul 2013 | 01:08 pm

ला, तेरे पैरों में "मरहम" लगा दूं, "ठोकर" लगा कर मेरे दिल को, इनमें "चोट" तो आयी होगी !

मेरी कहानी 7 Jul 2013 | 01:06 pm

लो, आखिरी "पन्ना" भी पढ़ दिया, अपनी "गम - ऐ - दास्ताँ" का, अब न बाकि "मैं" हूँ, और न बाकि है "मेरी कहानी" !!

दिल का कोई कोना 7 Jul 2013 | 01:04 pm

"दिल" का कोई कोना, आज भी "महकता" है, जो पीछे छोड़ आये हैं, वो आज भी "कसकता" है !!

जुनून-ए-शौक़ अब भी कम नहीं है 25 Dec 2012 | 02:27 pm

जुनून-ए-शौक़ अब भी कम नहीं है| मगर वो आज भी बर्हम नहीं है| बहुत मुश्किल है दुनिया का सँवरना, तेरी ज़ुल्फ़ों के पेच-ओ-ख़म नहीं है| बहुत कुछ और भी है जहाँ में, ये दुनिया महज़ ग़म ही ग़म नहीं है| मेरी बर...

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