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Latest News:

"माँ" 13 Aug 2013 | 10:09 pm

प्रेम हमेशा से एक पहेली है ! पर अगर इस पहेली को समझना हो या फिर इस पहेली का उत्तर खोजना हो तो बस एक बार माँ का चेहरा देख लो,उसके वात्सल्य से ही प्रेम पनपा है,अब जब मैं माँ से दूर हूँ  (माँ घर पर है और...

चलो फिर से अजनबी बन जाएँ 16 Jul 2012 | 12:53 am

चलो फिर से अजनबी बन जाएँ, न तू मुझे याद करे-न तू मुझे  याद आयें ऐसा दिन कभी तो आये, फिर से रिश्ते ये नये बनाये भूल के बातें पुरानी सारी, इस पल में नयी दुनिया बसाए फिर से मिले जो हम दोनों, और एक दू.....

Chacha... A Story... 25 Apr 2012 | 12:34 am

Download this story as pdf PROLOGUE Sometimes I feel it’s worthless to do internship in big organizations like Mahindra, because everyone seems busy in their own work he...

पुष्प की तो आदत है बिखर जाने की 22 Apr 2012 | 09:38 pm

पुष्प  की  तो  आदत  है  बिखर  जाने  की ..... कुर्बान  होकर  दूसरो  के  काम   आने  की ...... लेकिन  दर्द  तो  कंटक  को  होता  है ..... जब  वो  देख  सामने   क़ुरबानी  पुष्पों की  रोता  है ..... उसके  सा...

"तेरा ही साथ था " 22 Apr 2012 | 09:31 pm

दोस्त की कलम से : डरता  हूँ  अब  चलने  से , ज़िन्दगी  की  ओर ... ज़िन्दगी  ने  सुनाये मुझे  कई  ग़मों  के  शोर ... मैं हार गया  हूँ, चुने  हुए  कुछ  पलों  के  साथ  ज़िन्दगी  यु ही बस गुज़र  रहा  हूँ....

कुछ लिखा नहीं 6 Apr 2012 | 02:16 am

पूछते  है  जब  सब  "कुछ  लिखा  नहीं ". . तो  सोचा  कुछ  पल  मैंने  भी   यू हीं. . तो  मन  में  आया  ख्याल  यही . . दिल  में  उम्मीदों  का  हौसला  मंद  था . . शायद  इसलिए  लिखना   बंद  था . . खु.....

आवर्तिकाए : ४ 21 Feb 2012 | 09:30 am

"मेरी और आवर्त की कुछ बातें जिनमे न छंद है न ही लय न ताल है बस जिन्दगी से जुड़े कुछ सवाल है इन्ही बातो को मैंने नाम दिया है आवर्तिकाए" काश दो घूट "पीने" से ...."आवर्त" दिल का गम वाकई में कम हो जा....

आवर्तिकाए : भाग 3 1 Feb 2012 | 12:30 am

"मेरी और आवर्त की कुछ बातें जिनमे न छंद है न ही लय न ताल है बस जिन्दगी से जुड़े कुछ सवाल है इन्ही बातो को मैंने नाम दिया है आवर्तिकाए" मैंने  पूछा  इतना  क्यूँ  लिखते  हो ........ "आवर्त" कहने लग....

गणतंत्र की बयार 26 Jan 2012 | 07:39 am

साल  में  फिर  से एक  बार बहेगी  "गणतंत्र " की  बयार होगा  कुछ  तो  असर फहराएँगे   झंडे   हजार फेसबुक  रंग-तिरंगा  होगा "Status"  में  होगी  सबके  गणतंत्र  की  पुकार स्कूलों में  बूंदी  बटेंगी ....

अजीबो-गरीब रंग 25 Jan 2012 | 08:10 am

अजीबो-गरीब   रंग  बिखेरे  है  लोगो ने  मेरी  ज़िन्दगी  में कभी  शाम  से  सुनहरे तो  कभी  बरसात  के  काले  बादल  से  गहरे कभी  तन्हाई   का  स्याह   कालापन तो  कभी  उजली  चटख  मुस्कान धोखे  का...

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